Awaaz Surili Kaise karen
Price: | Rs.150.00 |
Detail Of Awaaz Surili Kaise karen
ISBN | 81-7681-068-3 |
Pages | 112 |
Language: | Hindi |
Product Code: | 1 |
Size(in cm): | 24*18.5 cm |
Weight(in grams): | 300(approx) |
Description:
आवाज मनुष्य के व्यक्तित्व का अविभाज्य अंग है और सुरीली, मधुर व सरस आवाज व्यक्ति की बड़ी पूँजी। गायक बनने के लिए तो सुरीला व मधुर स्वर चाहिए ही, मधुर आवाज वाला व्यक्ति जीवन में भी अधिक प्रगति करता है। परन्तु प्रत्येक व्यक्ति का स्वर प्राकृतिक रूप में ही मधुर नहीं होता इसके लिए विशेष प्रयास की आवश्यकता होती है। यही नहीं, प्राकृतिक रूप से मधुर स्वर को भी सरस व सुरीला बनाना ही पड़ता है, थोड़ी सी लापरवाही स्वर की सम्पूर्ण सरसता को नष्ट कर सकती है। प्रस्तुत पुस्तक में स्वर को मधुर, रसीला, गुंजनमय और तरन्नुमयुक्त बनाने की सम्पूर्ण विधियाँ तो सरल भाषा में समझायी ही गई हैं। साथ ही दिए गए हैं, जुकाम, खाँसी, स्वरभंग, हकलाना और तुतलाना जैसे अनेक रोगों के आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथिक और प्राकृतिक इलाज भी।
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